नमस्कार विद्यार्थियों, इस लेख में हम आपको सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilisation History) के बारे में कुछ important जानकारी उपलब्ध करायेंगे | Sindhu Ghati Sabhyata History in Hindi, Sindhu Ghati Sabhyata से प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं, जैसा की आप सभी विद्यार्थी जानते होंगे, हम आप सभी को बता दें कि Indus Valley Civilisation History से संबंधित IAS, PCS, SSC, Railway, And Other One Day exam की तैयारी करने के लिए सिंधु घाटी सभ्यता बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है और इनसे प्रश्न पूछे जाते हैं, इसलिए आप सभी विद्यार्थी sindhu sabhyata की संपूर्ण जानकारी नीचे दिए गए लेख के माध्यम से प्रदान की जा रही है |
Sindhu Ghati Sabhyata History in Hindi
इस लेख में सिंधु घाटी सभ्यता indus valley civilization facts के बारे में विस्तार से कुछ one liner प्रश्न की detail बताएंगे जो आपकी आने वाले आगामी परीक्षाओं के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकती है | सिंधु घाटी सभ्यता सभ्यता है जिसमें आपको बहुत ही पुरानी परंपरा और महान व्यक्तियों के बारे में जानने को मिलेगा, इसलिए आप सभी विद्यार्थी सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ी महत्वपूर्ण तथ्यों को ध्यान पूर्वक अवश्य पढ़ें |
Related History :-
- History of Medieval India by Satish Chandra PDF Download
- Modern History of India in Hindi PDF Download
- Modern History Of India Hand Notes In Hindi PDF Download
Sindhu Ghati Sabhyata History in Hindi important Topic
परिचय – Introduction
- सिंधु-घाटी सभ्यता की तिथि 2400-1700 ईसा पूर्व मानी गयी है। रायबहादुर दयाराम साहनी ने सन 1921 में सिंधु-घाटी सभ्यता की खोज की थी।
- सिंधु-घाटी सभ्यता का विस्तार गंगा,यमुना,नर्मदा और ताप्ती की घाटियों तक था। यह उत्तर में पंजाब के रोपड़ जिले (पाकिस्तान) से दक्षिण में नर्मदा घाटी तक तथा पश्चिम में ब्लुचिस्तान के मकरान तट से उत्तर पश्चिम में मेरठ तक विस्तृत थी। इसका क्षेत्र त्रिभुजाकार था।
- 1922-23 ई. में मोहनजोदड़ो के उत्खनन का कार्य राखालदास बनर्जी ने किया था। इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता पड़ा। यह हड़प्पा सभ्यता का ज्ञात अब तक का सबसे वृहद स्थल है।
- सिंधु-घाटी सभ्यता या हड़प्पा सभ्यता नगरीय सभ्यता थी।
- सिंधु-घाटी सभ्यता से प्राप्त परिपक़्व बाले स्थलों में 6 को ही बड़े नगर की संज्ञा दी –मोहनजोदड़ो,हड़प्पा,गड़वारीवाला,धौलावीरा,राखीगढ़ी एवं कालीबंगन।
- स्वतन्त्रा-प्राप्ति पश्चात् सिंधु-घाटी सभ्यता के सर्वाधिक स्थल गुजरात में मिले। सिंधु-घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल मोहनजोदड़ो है,जबकि भारत में सबसे बड़ा स्थल राखीगढ़ी है, इसकी खोज 1969 ई. में सूरजभान ने की थी।
- सिंधु-घाटी सभ्यता के बन्दरगाह लोथल एवं सुतकोतदा है।
- कालीबंगन जुते हुए खेत नक्काशीदार ईटो के प्रयोग के साक्ष्य प्राप्त हुए।
- स्नानगार सिंधु-घाटी सभ्यता की सबसे बड़ी ईमारत है, इसकी लम्बाई 11.88 व चौड़ाई 7.01 मीटर और 2.43 मीटर गहरा है।
Indus valley civilization facts in Hindi (सिंधु-घाटी सभ्यता)
- नगर नियोजन इस सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता थी। नगर वर्गाकार अथवा आयताकार थे और सड़के एक दुसरे को समकोण पर काटती थी।
- कालीबंगन और लोथल से अग्निकुंड प्राप्त हुए थे। * यहाँ पर पशुपतिनाथ,महादेव,लिंग,योनि व पशुओ की पूजा की जाता है
- सिंधु-घाटी सभ्यता की लिपि भावचित्रात्मक थी। यह लिपि दायीं से वायीं और लिखी जाती थी, और यह तरीका बुस्टरोफेेन्दम कहताला है
- सिंधु-घाटी सभ्यता के घरो के दरवाजे और खिड़की सड़क की और न खुलकर पीछे खुलते थे। लोथल नगर के घरो के केवल दरवाजे और खिड़की सड़क की ओर खुलते थे।
- Sindhu Ghati Sabhyata की मुख्य फसल गेहूं और जौ थी। रंगपुर एवं लोथल से चावल के दाने मिले,जिनसे धान की खेती होने का प्रमाण मिलता है लेकिन चावल के पहला साक्ष्य लोथल से प्राप्त हुए थे।
- मिट्टी से बने हल का साक्ष्य बनमाली से मिला था। सिंधु-घाटी सभ्यता के लोग मिठास के लिए शहद का प्रयोग करते थे।
- सिंधु-घाटी सभ्यता के लोग धरती को उर्वरता की देवी मानते थे। सिंधु-घाटी सभ्यता मातृ सत्तात्मक थी,लेकिन इस सभ्यता में सबसे ज्यादा मातृदेवी की उपासना होती थी।
- वृक्ष पूजा और शिव पूजा के साक्ष्य भी सिंधु-सभ्यता से ही मिलते है।
- पशुओं में कुबड़ बाला सांड सिंधु-घाटी सभ्यता में सबसे प्रिय था।
- मनोंरजन के लिए सिंधु-घाटी सभ्यता के लोग मछली पकड़ना,शिकार खेलना,पशु-पक्षियों को आपस में लड़ाना,चौपड़ खेलना और पासा खेलना आदि साधनो का प्रयोग करते थे।
- भारत का सबसे पुराना नगर मोहनजोदड़ो था, जिसका अर्थ है – मृतकों का टीला।
- विश्व में सर्वप्रथम यही के निवासियों ने कपास के खेती प्रारम्भ की थी। ग्रीक वासियो ने कपास को ग्रीक भाषा में सिंडन कहा तथा इस सभ्यता को सिंडन सभ्यता।
- हड़प्पा सभ्यता के अंत का संभवत: कारण बाढ़ को माना जाता है।
Sindhu Ghati Sabhyata History in Hindi Important Oneliner
Indus Valley Civilisation (सिंधु घाटी सभ्यता)
- इतिहास का पिता किसे समझा जाता है— हेरोडोटस
- जिस काल में मानव की घटनाओं का कोई लिखित वर्णन नहीं होता, उस काल को क्या कहा जाता है— प्रागैतिहासिक काल
- मानव जीवन की घटनाओं का लिखित वर्णन क्या कहलाता है— इतिहास
- आग का अविष्कार किस युग में हुआ— पुरापाषण युग में
- पुरापाषण युग में मानव की जीविका का मुख्य आधार क्या था— शिकार करना
- पहिए का अविष्कार किस युग में हुआ— नवपाषण युग में
- हड़प्पा सभ्यता का प्रचलित नाम कौन-सा है— सिंधु घाटी की सभ्यता
- सिंधु की सभ्यता का काल क्या माना जाता है— 2500 ई. पू. से 1750 ई.पू.
- सिंधु की घाटी सभ्यता में सर्वप्रथम घोड़े के अवशेष कहाँ मिले— सुरकोटदा
- सिंधु की घाटी सभ्यता के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या था— व्यापार
- हड़प्पा की सभ्यता किस युग की सभ्यता थी— कांस्य युग
- सिंधु की घाटी सभ्यता में घर किससे बने थे— ईंटों से
- हड़प्पा के लोग कौन-सी फसल में सबसे आगे थे— कपास
- हड़प्पा की सभ्यता की खोज सर्वप्रथम किसने की— दयाराम साहनी
- सिंधु सभ्यता का प्रमुख बंदरगाह कौन-सा था— लोथल (गुजरात)
- सिंधु की घाटी सभ्यता का स्थल ‘कालीबंगा’ किस प्रदेश में है— राजस्थान में
- हड़प्पा की सभ्यता की खोज किस वर्ष हुई थी— 1921 ई.
- हड़प्पा के लोगों की सामाजिक पद्धति कैसी थी— उचित समतावादी
- नखलिस्तान सिंधु सभ्यता के किस स्थल को कहा गया है— मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा की सभ्यता में हल से खेत जोतने का साक्ष्य कहाँ मिला— कालीबंगा
- सैंधव सभ्यता की ईंटों का अलंकरण किस स्थान से प्राप्त हुआ— कालीबंगा
- सिंधु की सभ्यता में एक बड़ा स्नानघर कहाँ मिला— मोहनजोदड़ो में
- सिंधु सभ्यता की मुद्रा पर किस देवता का चित्र अंकित था— आघशिव
- मोहनजोदड़ो को एक अन्य किस नाम से जाना जाता है— मृतकों का टीला
- सैंधव स्थलों के उत्खन्न से प्राप्त मोहरों पर किस पशु का प्रकीर्णन सर्वाधिक हुआ— बैल
- सिन्धु सभ्यता का कौन-सा स्थान भारत में स्थित है— लोथल
- भारत में खोजा गया सबसे पहला पुराना शहर कौन-सा था— हड़प्पा
- भारत में चाँदी की उपलब्धता के साक्ष्य कहाँ मिले— हड़प्पा की संस्कृति में
- मांडा किस नदी पर स्थित था— चिनाब पर
- हड़प्पा की सभ्यता का प्रमुख स्थल रोपड़ किस नदी पर स्थित था— सतलज नदी
- हड़प्पा में एक अच्छा जलप्रबंधन का पता किस स्थान से चलता है— धोलावीरा से
- सिंधु सभ्यता के लोग मिट्टी के बर्तनों पर किस रंग का प्रयोग करते थे— लाल रंग
- सिंधु घाटी की सभ्यता किस युग में थी— आद्य-ऐतिहासिक युग में
- सिंधु घाटी का सभ्यता की खोज में जिन दो भारतीय लोगों के नाम जुड़े हैं, वे कौन हैं— दयाराम साहनी और आर.डी. बनर्जी
- सिंधु घाटी सभ्यता की प्रमुख फसल कौन-सी थी— जौ एवं गेहूँ
- हड़प्पा की समकालीन सभ्यता रंगपुर कहाँ है— सौराष्ट्र में
- हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की खुदाई किसने कराई— सर जॉन मार्शल
- सिंधु सभ्यता के लोग सबसे अधिक किस देवता में विश्वास रखते थे— मातृशक्ति
- हड़प्पा की सभ्यता में मोहरे किससे बनी थी— सेलखड़ी से
- किस स्थान से नृत्य मुद्रा वाली स्त्री की कांस्य मूर्ति प्राप्त हुई— मोहनजोदड़ो से
- मोहनजोदड़ो इस समय कहाँ स्थित है— सिंध, पाकिस्तान
- हड़प्पावासियों ने सर्वप्रथम किस धातु का प्रयोग किया— ताँबे का
- स्वतंत्रता के बाद भारत में हड़प्पा के युग के स्थानों की खोज सबसे अधिक किस राज्य में हुई—गुजरात
- हड़प्पा के निवासी किस धातु से परिचित नहीं थे— लोह से
- हड़प्पा की सभ्यता किस युग की सभ्यता थी— ताम्रयुग
- हड़प्पा का प्रमुख नगर कालीबंगन किस राज्य में है— राजस्थान में
- हड़प्पा के किस नगर को ‘सिंध का बाग’ कहा जाता था— मोहनजोदड़ो को
- मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ क्या है— मृतकों का टीला
- हड़प्पा के निवासी घरों एवं नगरों के विन्यास के लिए किस पद्धति को अपनाते थे— ग्रीड पद्धति को
- प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता Sindhu Indus Valley का काल कब से कब तक था? – 2500 ई॰ पूर्व से 1500 ई॰ पूर्वतक
- प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता को क्या कहा जाता है? – नगरीय सभ्यता।
- प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता किन नदियों के किनारे विकसित हुई थी? – सिन्धु व उसकी सहायक नदियों केकिनारे
- प्राचीन हड़प्पा नगर किस नदी के किनारे स्थित था? – रावी नदी के।
- प्राचीन हड्प्पा वासी कहाँ के मूल निवासी थे? – फिनीशिया
- प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता का प्रधान बन्दरगाह कौन था – लोथल बन्दगाह
- प्राचीन सिन्धुवासी किसकी उपासना करते थे? – मातृदेवी और शिवलिंग की
- प्राचीन सिन्धुवासी किस पशु को पवित्र मानते थे? – साँड
- प्राचीन हड़प्पा संस्कृति की मुद्राओं एव पक्की मिटटी की कलाकृतियों में किन पशुओ का चित्रण किया गया है – हाथी, बाघ , हिरन , गेंडा तथा भैस
- सिंधु घाटी की सभ्यता और वैदिक सभ्यता में प्रमुख अंतर क्या है – पहली नगरिया थी , जबकि दूसरी ग्रामीण
- हड़प्पाकालीन सभ्यता का विशाल कोठार अनाज संग्रहण Huge Pantry grain storage करने का स्थान कहा मिला है– मोहनजोदड़ो
- सिंधु घटी सभ्यता के अवशेष प्राप्त लोगो का प्रमुख धन्धा क्या था – कृषि
- हड़प्पा सभ्यता Harappa civilization का कौन सा स्थल भारत में स्थित नहीं है – बालकोट
- हड़प्पन लोगो Harappa civilization को किसकी जानकारी नहीं थी – लोहा
- किसके प्रमाण मिलने के कारण से सिन्धु घाटी कि सभ्यता को आर्य पूर्व सभ्यता कहा जाता है – बर्तन
- प्राचीन इतिहास में सबसे पहले कौन सा हड़प्पाकालीन स्थल खोजा गया था – हड़प्पा
- प्राचीन इतिहास में सिन्धु सभ्यता का पतन नगर कौन सा है – लोथल
- सिंधु घाटी स्थल Kalibanga कालीबंगा किस प्रदेश में स्थित है – राजस्थान
- प्राचीन सिंधु सभ्यता Ancient sindhu civilization कहा तक विस्तृत थी – पंजाब ,राजस्थान ,गुजरात,उत्तरप्रदेश ,हरियाणा ,सिंध और बलूचिस्तान
- Harappa Society हड्प्पा कालीन समाज किन वर्गों में विभक्त था- विद्वान ,योद्धा ,व्यापारी और श्रमिक
- हड्प्पा सभ्यता के सम्पूर्ण क्षेत्र का आकर किस प्रकार का था – त्रिभुजाकार
- प्राचीन इतिहास Ancient History में सेंधव सभ्यता की ईंटो अलंकरण किस स्थान से मिला है – कालीबंगा
- सिंधु सभ्यता के लोगों का Main Occupation प्रमुख व्यवसाय क्या था – व्यापार
- प्राचीन इतिहास में Sindhu Civilisation सिंधु सभ्यता के घर किससे बनाये जाते थे – ईंट
- हड्प्पा वासी लोग किस वस्तु के उत्पादन में सर्वप्रथम थे – कपास Cotton
- हड्प्पा काल Harappa की मुद्राओं के निर्माण में मुख्य रूप से किसका प्रयोग किया गया था – टैराकोटा Teracotta
- सिंधु सभ्यता का सर्वाधिक उपयुक्त नाम क्या था – Harappa civilization हड्प्पा सभ्यता
- किस वर्ष Harappa Civilization हड्प्पा सभ्यता की खोज हुई थी – वर्ष 1921
- हड्प्पा सभ्यता Harappa Civilization के लोगो की सामाजिक पद्धति – उचित समतावाद
- स्वतंत्रता से पूर्व भारत में सबसे अधिक संख्या में हड्प्पा युगीन स्थलों की खोज किस प्रान्त में हुई थी – Gujrat गुजरात
- प्राचीन सिंधु सभ्यता Sindhu Civilisataion में वृहत स्नानगार कहाँ पाया गया है – मोहनजोदड़ो
- हड्प्पा के मिट्टी के बर्तनों में सामान्यत: किस तरह के रंगों का प्रयोग हुआ है – लाल
- प्राचीन इतिहास में Mohanjodado मोहनजोदड़ो को किस अन्य नाम से जाना जाता है – मृतकों का टीला
- प्राचीन सिंधु सभ्यता कालीन के हड्प्पा लोग अपने नगरो व घरों के विन्यास के लिए कौन सी पद्धति अपनायी थी – Grid System ग्रिड पद्धति
- मोहनजोदड़ो से प्राप्त पशुपति शिव आद्द शिव मुहर में किन -किन जानवरों का अंकन हुआ है – व्याघ्र ,हाथी ,गैंड़ा ,भैंसा व हिरण
- Mohanjodado मोहनजोदड़ो की सबसे बड़ी ईमारत किसे मणि जाती है – विशाल अन्नागार / धान्यकोठार
- हड्प्पा मुहरें Harappa Incription अधिकांश किससे बनी हुई है – सेलखड़ी
- किस हड्प्पा कालीन स्थल से पुजारी को प्रस्तर मूर्ति प्राप्त हुई है – हड्प्पा
Sindhu Ghati Sabhyata History in Hindi PDF Download
इस Sindhu Ghati Sabhyata History in Hindi PDF Notes को Download करने के लिए आप नीचे दिये गए Download link पर क्लिक करें |
सिन्धु घाटी सभ्यता notes | PDF Download |